भर कटोरी प्रीत की पिबत गुज़री रात भर नैंन सुख कटे नींदागोश में पाजेब लय सी भोर दीसे दीप सा शृंगा... भर कटोरी प्रीत की पिबत गुज़री रात भर नैंन सुख कटे नींदागोश में पाजेब लय सी भो...
मेरे अंदर भी जीवन है सांस मुझे भी लेना है। मेरे अंदर भी जीवन है सांस मुझे भी लेना है।
एक को खो कर एक संताप से- फिर एक संताप को मिटता रहा एक को खो कर एक संताप से- फिर एक संताप को मिटता रहा
अपना जीवन पुरखों के संग, लोगों सुखी बनाते हैं। अपना जीवन पुरखों के संग, लोगों सुखी बनाते हैं।
जीने को इस अनोखी दुनिया में, फिर से अपने कदम बढ़ा लेते हैं। जीने को इस अनोखी दुनिया में, फिर से अपने कदम बढ़ा लेते हैं।
क्या कहूँ तुम्हें शौर्य का प्रमाण, या कहूँ भगवान, भाग्य विधाता कह लूँ, या पालनहार। क्या कहूँ तुम्हें शौर्य का प्रमाण, या कहूँ भगवान, भाग्य विधाता कह लूँ, ...